एक बार महामुनि महावीर उज्जयिनी नगरी के श्मशान घाट (अतिमुक्तक वन) में ध्यान लीन थे। तभी एक रुद्र वहाँ आया और उन पर भयंकर उपसर्ग करने लगा परन्तु धीर-वीर महामुनि अपने ध्यान से किंचित् भी विचलित नहीं हुए। उनके इस साहस और धैर्य को देखकर रुद्र अत्यन्त प्रभावित हुआ और अनेक प्रकार से उनकी पूजा करके उन्हें ‘महति महावीर’ नाम प्रदान किया। व्यवहार में Bhagwan Mahaveer का यह नाम ‘अतिवीर’ के नाम से प्रचलित है। इस प्रकार भगवान महावीर Bhagwan Mahaveer के वीर, वर्धमान, सन्मति, महावीर और अतिवीर ये पाँच नाम प्रसिद्ध हुए हैं।
Once Mahamuni Mahavira was meditating in the cremation ground (Atimuktak forest) of Ujjaini Nagari. A Rudra came there and started teasing Him in various ways but courageous Mahavira was not perturbed at all in His meditation. The Rudra was very much impressed by the courage and patience of Mahavira and after worshipping Him, he gave Him the name MAHATI MAHAVIRA. Usually, Mahavira is known by the name of Ativira also. Thus the five famous names of Bhagwan Mahaveer are-Veer, Vardhaman, Sanmati, Mahavira & Ativira.