Jain Darshan Dictionary : ओ

–ओ–

 ओज आहार – पक्षियों के द्वारा अण्डे सेते समय जो उष्मा दी जाती है वह ओज – आहार है ।

ओम्‌ यह पंच परमेष्ठी वाचक मंत्र है । अर्हन्त का अ, सिद्ध अर्थात्‌अशरीरि का अ, आचार्य का आ, उपाध्याय का उ, और मुनि का म्‌। इस तरह पंच परमेष्ठी के प्रथम अक्षरों से मिलकर ‘ओम्‌’ बना है ।

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